8th Pay Commission : देशभर के केंद्रीय कर्मचारी 8वें वेतन आयोग की घोषणा का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। इस आयोग के गठन के बाद उनके वेतन और पेंशन में भारी बढ़ोतरी होने की संभावना है। ज्ञात हो कि कर्मचारियों को मिल रहा वर्तमान वेतन और पेंशन ढांचा 7वें वेतन आयोग पर आधारित है। जिसे जनवरी 2016 में लागू किया गया था।
गौरतलब है कि मुद्रास्फीति और आर्थिक बदलावों को ध्यान में रखते हुए वेतन ढांचे में संशोधन के लिए हर दस साल में एक नया आयोग गठित किया जाता है। उम्मीद है कि 8वें वेतन आयोग के गठन से यह परंपरा जारी रहेगी। इस आयोग द्वारा केंद्रीय कर्मचारियों के साथ-साथ रक्षा कर्मियों और पेंशनभोगियों के लिए भी संशोधित वेतनमान की पेशकश की जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार 8वें वेतन आयोग में कर्मचारियों की सैलरी में 30-34% तक की इजाफा हो सकता है। जिसका फायदा देश भर के एक करोड़ से अधिक केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को मिलेगा। हालांकि इससे सरकारी खजाने पर 2 लाख करोड़ रुपये का भारी बोझ पड़ने की संभावना है।
जानें कितना बढ़ सकता है वेतन?
अपेक्षित संशोधन का एक मुख्य घटक फिटमेंट फैक्टर (नया आधार वेतन निर्धारित करने के लिए उपयोग किया जाने वाला एक गुणक) है। अनुमान है कि 8वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 1.83 से 2.46 के बीच हो सकता है। अगर ऐसा होता है तो 18,000 रुपये का वर्तमान न्यूनतम वेतन बढ़कर लगभग दोगुना करीब 32 हजार से रुपये से 44 हजार रुपये तक हो सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि नया वेतन आयोग आर्थिक विकास के लिए उत्प्रेरक का काम करेगा।वहीं कर्मचारियों के वेतन वृद्धि का प्रभाव खुदरा, रियल एस्टेट और सेवा क्षेत्रों पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।

