Haridwar Stampede : उत्तराखंड के हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में मची भगदड़ में अब तक 6 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 25 से 30 लोग घायल बताए जा रहे हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने सभी घायलों को तुरंत इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, उन्होंने मृतकों के परिवारों के लिए मुआवजे का भी ऐलान किया है। उन्होंने घटना की जांच के आदेश भी दिए हैं।
हादसे के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी दी। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर मार्ग पर भगदड़ मचने की अत्यंत दुखद सूचना मिली है। उत्तराखंड एसडीआरएफ, स्थानीय पुलिस और अन्य बचाव दल मौके पर पहुँचकर राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुए हैं। मैं इस संबंध में स्थानीय प्रशासन के लगातार संपर्क में हूँ और स्थिति पर लगातार नज़र रखी जा रही है। मैं माता रानी से सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूँ।
राज्य सरकार ने मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये देने की बात कही है। इसके अलावा, घायलों को भी 50-50 हजार रुपये की राशि दी जाएगी। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
वहीं, इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि लोग एक जगह फंसे हुए हैं और चीख-पुकार मची हुई है। भीड़ अधिक होने के कारण कई लोगों की सांस फूल रही थी। इस भीड़ में कई मासूम बच्चे भी फंसे हुए दिखाई दिए। चारों तरफ लोगों का शोर सुनाई दे रहा है और बाहर निकलने की कोई जगह ही नहीं है।
हरिद्वार के ज़िलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह बात सामने आई है कि किसी ने तार में करंट होने की अफ़वाह फैला दी। हमने कुछ तस्वीरें देखी हैं, जिनमें तार टूटे हुए दिखाई दे रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि लोगों ने तार खींचकर दीवार पर चढ़ने की कोशिश की होगी और इसी वजह से भगदड़ मची। हमारे डॉक्टरों ने बताया कि मौतें भगदड़ के कारण हुई हैं, बिजली के झटके से नहीं। इस मामले में आगे की जाँच भी की जाएगी।
इस मामले में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का भी बयान सामने आया। उन्होंने कहा कि आज सुबह करीब 9 बजे एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना में हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर की सीढ़ियों के पास अफ़वाह के कारण भगदड़ मच गई। 6 लोगों की जान चली गई। सभी घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। घटना की मजिस्ट्रियल जाँच के आदेश दे दिए गए हैं। यह पता लगाया जा रहा है कि अफ़वाह क्यों और कैसे फैली। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी। घायलों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।

