PM Modi Meet President Murmu : प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने अचानक राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की। इसके बाद सियासी पारा गरमा गया है। दोनों नेता की राष्ट्रपति मुर्मू से हुई इस मुलाक़ात की खूब चर्चा हो रही है। देश के तीनों दिग्गजों की मुलाक़ात इसलिए भी सुर्खियों में है, क्योंकि यह मुलाकात ऐसे समय हो रही है जब उपराष्ट्रपति चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। बिहार में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को लेकर विवाद गहरा गया है। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा देने की मांग ने भी ज़ोर पकड़ लिया है।
वहीं इस मुलाकात को 5 अगस्त को किसी बड़े ऐलान से जोड़कर देखा जा रहा है। चर्चा है कि 5 अगस्त को मोदी सरकार बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर कोई बड़ा ऐलान कर सकती है। कल उपराष्ट्रपति चुनाव या जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा देने को लेकर कोई बड़ा ऐलान हो सकता है या कोई बड़ा विधेयक आ सकता है। वहीं, कल 5 अगस्त की तारीख़ को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं क्योंकि मोदी सरकार का 5 अगस्त से एक ख़ास कनेक्शन रहा है।
बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने 5 अगस्त 2019 को बड़ा ऐतिहासिक फैसला लेते हुए जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने का ऐलान किया था। वहीं और 5 अगस्त 2020 को अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास किया गया था। कल भी 5 अगस्त है। ऐसे में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि 5 अगस्त 2025 को मोदी सरकार कोई बड़ा ऐलान कर देशवासियों को चौंका सकती है।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर लिखा है कि मैं पूरी ईमानदारी से कहूँगा कि कल कुछ नहीं होगा। सौभाग्य से कुछ भी बुरा नहीं होगा। उमर ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि मैं दिल्ली में किसी से नहीं मिला या बात नहीं की। यह बस एक अंदरूनी एहसास है, देखते हैं कल क्या होता है। यानी उमर अब्दुल्ला एक तरफ दावा कर रहे हैं कि कल यानी 5 अगस्त को कुछ भी बड़ा नहीं होगा। दूसरी तरफ, वह यह भी कह रहे हैं कि देखते हैं कल क्या होता है।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि एक हफ्ते से चर्चा चल रही है कि सरकार 5 अगस्त को कोई बड़ा फैसला ले सकती है। एक यूजर ने 5 अगस्त की तारीख को ऐतिहासिक बताया है और पूछा है कि क्या कल यूसीसी यानी समान नागरिक संहिता बिल आने वाला है? एक अन्य यूजर ने 5 अगस्त, यूसीसी या एनआरसी हैशटैग के साथ यह सवाल पूछा है। आपके हिसाब से कल क्या होने वाला है?
दूसरी ओर, न तो राष्ट्रपति भवन और न ही प्रधानमंत्री कार्यालय ने तीनों दिग्गज नेताओं की मुलाक़ात के बारे में मीडिया को कोई जानकारी दी। न ही इस मुलाक़ात का कारण स्पष्ट हो रहा है। देश के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और गृह मंत्री का अचानक मुलाक़ात करना भी कोई आम बात नहीं है। क्योंकि तीनों नेता या तो औपचारिक मुलाक़ात करते हैं या स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर एक साथ नज़र आते हैं, ऐसे में बिना किसी ख़ास मौक़े के तीनों का मुलाक़ात कुछ और ही इशारा कर रही है।

