Sahara India Refund : देशभर के लाखों निवेशक लंबे समय से सहारा समूह में फंसे अपने पैसे की वापसी का इंतजार कर रहे हैं, जो उन्होंने सहारा समूह की विभिन्न योजनाओं में निवेश किया था। सहारा निवेशकों को पैसा लौटाने की प्रक्रिया उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद शुरू हो गयी है। शीर्ष अदालत ने सहारा-सेबी रिफंड खाते से 5,000 करोड़ रुपये सीआरसीएस खाते में स्थानांतरित करने का निर्देश दिया था। जिसके बाद निवेशकों से पैसा वापसी के लिए आवेदन मांगे गए थे। जिसके बाद निवेशकों को पैसा मिलना शुरू हो चुका है।
लेकिन निवेशकों के मन में सबसे बड़ा सवाल यह है कि उन्हें ये पैसे कैसे वापस मिलेगा और कैसे पता चलेगा कि उनका पैसा खाते में आया कि नहीं। आइए विस्तार से जानते हैं इस बारे में :
कैसे वापस मिलेगा फंसा हुआ पैसा ?
- दावे की सही जांच होने के बाद, राशि सीधे आधार-लिंक्ड बैंक खाते में जमा की जाएगी।
- दावा सबमिट करने पर पोर्टल पर पावती संख्या दिखाई देती है।
- इसकी पुष्टि के लिए भी निवेशक को मोबाइल पर एसएमएस भेजा जाता है।
शुरुआती चरण में केवल 10,000 रुपये तक :
- सरकार ने स्पष्ट किया है कि शुरुआती चरण में 10,000 रुपये तक की राशि ही निवेशकों को लौटाई जाएगी।
- यदि किसी निवेशक का दावा 10,000 रुपये से अधिक का है, तो फिलहाल उसे पहले 10,000 रुपये ही दिए जाएंगे।
- सहकारी समितियों के करीब 4 करोड़ निवेशकों को यह राशि चरणबद्ध तरीके से लौटाई जाएगी।
- गौरतलब है कि सहकारिता मंत्री अमित शाह ने 18 जुलाई 2023को इस पोर्टल की शुरुआत की थी।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज :
रिफंड पाने के लिए निवेशकों को कुछ जरूरी दस्तावेज उपलब्ध कराने होंगे:
- मेंबरशिप नंबर
- जमा खाता नंबर
- आधार से लिंक मोबाइल नंबर
- डिपॉजिट सर्टिफिकेट या पासबुक की जानकारी
पैसा आने की जानकारी कैसे मिलेगी?
- जब निवेशक का दावा सत्यापित हो जाएगा और पैसा उसके बैंक खाते में भेजा जाएगा, तो इसकी सूचना पंजीकृत मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से दी जाएगी।
- पंजीकरण के समय निवेशक को एक एक्नॉलेजमेंट नंबर भी मिलता है।
- यह नंबर और संबंधित जानकारी भी मोबाइल पर एसएमएस के जरिए भेजी जाती है।
- इसी तरह, पैसा ट्रांसफर होने की सूचना भी एसएमएस से प्राप्त होगी।
50,000 रुपये से अधिक दावे पर पैन अनिवार्य :
अगर कोई निवेशक 50 हजार रुपये या उससे अधिक की राशि का दावा करता है तो पैन कार्ड देना अनिवार्य है। पैन कार्ड के बिना बड़े दावे को स्वीकार नहीं किया जाएगा।

