Vigilance Raid : बिहार के दरभंगा में प्लानिंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट के जूनियर इंजीनियर अंसारुल हक के खिलाफ उनकी अपनी बहन ने ही विजिलेंस पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। इससे बेहिसाब संपत्ति का मामला सामने आया। विजिलेंस जांच में उनकी जानी-मानी इनकम से 1.46 करोड़ रुपये ज़्यादा की संपत्ति के सबूत मिलने के बाद, फर्स्ट इंफॉर्मेशन रिपोर्ट (FIR) दर्ज की गई।
छापेमारी से अधिकारी हैरान:
बुधवार को जब विजिलेंस टीम ने बहन की शिकायत के आधार पर दरभंगा और मधुबनी में एक साथ छापेमारी की, तो अधिकारी हैरान रह गए। गलत तरीके से कमाई गई दौलत इतनी ज़्यादा थी कि विजिलेंस टीम दंग रह गई। छापेमारी में करोड़ों रुपये की अवैध संपत्ति का पता चला। जूनियर इंजीनियर मोहम्मद अंसारुल हक के खिलाफ उनकी जानी-मानी इनकम से ज़्यादा संपत्ति जमा करने का मामला दर्ज किया गया है।
इनकम और संपत्ति में भारी अंतर:
शिकायत में आरोप लगाया गया था कि अंसारुल हक ने अपनी सरकारी सैलरी से कहीं ज़्यादा संपत्ति जमा की है। शुरुआती जांच में उनकी इनकम और संपत्ति के बीच बड़ा अंतर सामने आने के बाद, विजिलेंस डिपार्टमेंट ने केस नंबर 113/25 दर्ज किया और छापेमारी करने का फैसला किया। मुजफ्फरपुर की स्पेशल विजिलेंस कोर्ट से सर्च वारंट मिलने के बाद, चार विजिलेंस टीमों ने बुधवार को एक साथ छापेमारी की।
चार जगहों पर छापेमारी:
दरभंगा जिले के लालबाग पुलिस स्टेशन इलाके में जमालपुर नया टोला मस्जिद के पास इंजीनियर के दो घरों और एक ऑफिस पर छापेमारी की गई। मधुबनी जिले के अंधरा मठ पुलिस स्टेशन इलाके की हरिहारा पंचायत के लदनियां में उनके पैतृक घर की भी तलाशी ली गई।

कितनी संपत्ति मिली?:
शुरुआती जांच में पता चला कि मोहम्मद अंसारुल हक ने लगभग 1 करोड़ 46 लाख 95 हजार 530 रुपये की अवैध संपत्ति जमा की है, जो कथित तौर पर उनकी जानी-मानी कानूनी इनकम से लगभग 458.72 प्रतिशत ज़्यादा है। इसी आधार पर उनके खिलाफ बेहिसाब संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है। अंसारुल हक ने सिर्फ चार महीने पहले ही प्लानिंग एंड डेवलपमेंट डिपार्टमेंट जॉइन किया था; इससे पहले, वह महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) कार्यक्रम में काम कर रहे थे।
तीन मंज़िला घर से लेकर कई प्लॉट तक:
शिकायत में यह भी बताया गया है कि अंसारुल हक ने दरभंगा में दो जगहों पर तीन-तीन मंज़िला घर बनाए हैं, साथ ही कई ज़मीन के प्लॉट भी खरीदे हैं और अपने गांव में एक पक्का घर भी बनवाया है। विजिलेंस टीम इन सभी प्रॉपर्टीज़ के सोर्स की जांच कर रही है। विजिलेंस डीएसपी शशि शेखर चौधरी ने बताया कि दरभंगा ऑफिस समेत चार जगहों पर छापे मारे गए और ये छापे अब खत्म हो गए हैं।
क्या-क्या मिला?:
छापों के दौरान 20 बैंक खातों से जुड़े दस्तावेज़, ज़मीन और प्रॉपर्टी के कागज़ात, और इंश्योरेंस इन्वेस्टमेंट के सबूत बरामद किए गए। इसके अलावा, एक लाइसेंसी 9 mm पिस्टल, एक कार, एक मिनी-ट्रक और एक मोटरसाइकिल भी ज़ब्त की गई। विजिलेंस अधिकारियों के मुताबिक, बरामद दस्तावेज़ों के आधार पर प्रॉपर्टीज़ का डिटेल में वैल्यूएशन किया जा रहा है। जूनियर इंजीनियर अंसारुल हक पिछले दो दिनों से छुट्टी पर हैं और फिलहाल किसी काम से दिल्ली में हैं। उनके लौटने पर उनसे पूछताछ की जाएगी।

