Girl Student Murde : बिहार की राजधानी पटना से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। चितकोहरा कन्या मध्य विद्यालय में 5वीं कक्षा की छात्रा को बाथरूम में जिंदा जलाए जाने के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। मृतक छात्रा के परिजनों ने इसे साजिशन हत्या बताते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। परिवार ने आरोप लगाया है कि स्कूल के एक शिक्षक ने बच्ची को धमकाया था और उसकी हत्या में सीधा हाथ है।
क्या है घटना ?
जानकारी के अनुसार स्कूल की असेंबली के दौरान अचानक बाथरूम से धुआं और चीखें सुनाई दीं। जब दरवाजा तोड़ा गया तो अंदर 12 साल की छात्रा गंभीर रूप से झुलसी मिली। जिसके बाद उसे आनन फानन तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी।
परिजनों का आरोप – शिक्षक ने दी थी धमकी :
मृतक छात्रा की बड़ी बहन ने खुलासा किया कि उनकी बहन ने एक पुरुष और महिला शिक्षक को आपत्तिजनक हालत में देख लिया था। इसके बाद से ही उसे धमकी दी जा रही थी कि यदि उसने किसी को बताया तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। परिजनों का आरोप है कि इसी कारण बच्ची को जिंदा जला दिया गया।

परिवार को देर से मिली जानकारी :
छात्रा सुबह 9 बजे घर से स्कूल गई थी, जबकि घटना करीब 10:10 बजे हुई। परिवार का कहना है कि स्कूल घर के पास ही था, फिर भी उन्हें इस हादसे की सूचना समय पर नहीं दी गई। दोपहर करीब 12 बजे पुलिस ने उन्हें घटना की जानकारी दी।
पिता की मांग – “हत्यारों को फांसी हो” :
मृतका के पिता, जो सब्ज़ी बेचकर परिवार चलाते हैं, का कहना है कि उनकी बेटी की हत्या में स्कूल के शिक्षक शामिल हैं। उन्होंने मांग की है कि दोषियों को सख्त सजा मिले और फांसी दी जाए। वहीं, मृतका के चचेरे भाई ने आरोप लगाया कि पुलिस मदद करने के बजाय परिवार और स्थानीय लोगों पर लाठीचार्ज कर रही है।

सीसीटीवी कैमरे खराब, जाँच पर सवाल :
पटना सिटी एसपी सेंट्रल दीक्षा ने बताया कि मृतका के पिता के बयान पर मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है। लेकिन घटना के समय स्कूल परिसर में लगे सभी CCTV कैमरे खराब पाए गए, जिससे जांच और भी पेचीदा हो गई है।
शुरुआती जांच में क्या निकला सामने?
जांच टीम ने पाया कि घटना के समय शौचालय का गेट अंदर से बंद था। दरवाजे की कुंडी तोड़कर छात्रा को बाहर निकाला गया। फिलहाल सचिवालय डीएसपी-1 के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम गठित की गई है, जिसमें गर्दनीबाग थाना प्रभारी भी शामिल हैं। पुलिस ने स्कूल की शिक्षिका और आसपास के लोगों से पूछताछ की है। वहीं, बाल कल्याण समिति की टीम भी जांच के लिए पहुंची, लेकिन स्कूल बंद होने के कारण वापस लौट गई।

