Dularchand Yadav Murder : बिहार के मोकामा में गुरुवार को जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की बेरहमी से हत्या कर दी गई। यह हत्या पहले चरण की वोटिंग से ठीक 7 दिन पहले हुई। इस चौंकाने वाली घटना से राज्य की राजनीति में सनसनी फैल गई है। इस मामले में सीधे तौर पर NDA उम्मीदवार और बाहुबली विधायक अनंत सिंह के समर्थकों पर आरोप लगा है। वहीं पुलिस ने दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह समेत 5 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है।
कौन थे दुलारचंद यादव?
दुलारचंद यादव मोकामा से जन सुराज उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी उर्फ लल्लू मुखिया के पक्के समर्थक थे। वह लगातार चुनाव प्रचार कर रहे थे और सोशल मीडिया पर अनंत सिंह के खिलाफ बयान दे रहे थे। गुरुवार को मोकामा में पहले उन्हें लाठियों से पीटा गया और फिर गोली मार दी गई। हत्या के बाद उनका शव उनके जन्मभूमि तारतर गांव ले जाया गया है। फिलहाल बाढ़ में वह रहते थे।
लालू यादव के बेहद करीबी थे दुलारचंद यादव :
दुलारचंद यादव टाल इलाके में एक प्रभावशाली व्यक्ति माने जाते थे। 80 और 90 के दशक में वह इलाके में एक बड़ा नाम थे। वह कभी RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बहुत करीबी थे। उन्होंने RJD के टिकट पर मोकामा से चुनाव भी लड़ा था, लेकिन हार गए थे। बाद में वह कई पार्टियों से जुड़े। अनंत सिंह से भी उनके पुराने अच्छे संबंध थे। लेकिन इस साल वह जन सुराज में शामिल हो गए। वह धनुक समुदाय के लल्लू मुखिया के लिए कैंपेन की अगुवाई कर रहे थे और सोशल मीडिया पर लगातार अनंत सिंह के खिलाफ बयान दे रहे थे।
उनका एक उल्लेखनीय आपराधिक इतिहास भी था। पटना जिले के घोषबारी और बाढ़ पुलिस स्टेशनों में उनके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। 2019 में, पटना पुलिस ने उन्हें एक कुख्यात अपराधी बताते हुए गिरफ्तार किया था। उन्हें कुश्ती का भी शौक था।

अनंत सिंह के समर्थकों पर हत्या का आरोप :
जन सूरज के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी उर्फ लल्लू मुखिया ने आरोप लगाया है कि अनंत सिंह के समर्थकों ने हत्या की साजिश रची। NDA उम्मीदवार और बाहुबली नेता अनंत सिंह ने इन आरोपों से इनकार किया है। उनका दावा है कि दुलारचंद के आदमियों ने पहले उनके काफिले पर हमला किया, और उसके बाद हुई अफरा-तफरी में भीड़ में से किसी ने गोली चला दी। अनंत सिंह ने हत्या का आरोप विरोधी नेता सूरजभान सिंह पर लगाया है, और कहा है कि यह सब उन्हें चुनाव में नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया था।
अनंत सिंह के समर्थकों ने आरोपों को गलत साबित करने के लिए वीडियो और तस्वीरें जारी की हैं। उनका दावा है कि जन सूरज के कार्यकर्ताओं ने हमला शुरू किया था।
तेजस्वी और पप्पू यादव ने उठाए सवाल :
हत्या के बाद गांव में तनाव फैल गया, और गांव वालों ने पांच घंटे तक शव को हटाने नहीं दिया। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात करना पड़ा। मृतक के परिवार वालों का आरोप है कि JDU उम्मीदवार अनंत सिंह के समर्थकों ने उसे गोली मारी और फिर कार से कुचल दिया।

