Bihar News : बिहार के समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक नदी पर बन रहा पुल उद्घाटन से पहले ही दरकने लगा है। इस पुल के स्लैब और रैलिंग में कई जगह दरारें दरारें आ गई हैं और सीमेंट भी उखड़ रहा है। लोगों को डर है कि भविष्य में कोई बड़ा हादसा हो सकता है। वहीं स्थानीय विधायक ने पुल की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि सरकारी पैसे का गलत इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने कहा कि जनता के जीवन से खिलवाड़ हो रहा है। इस मामले में उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

जानकारी के अनुसार समस्तीपुर के विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ग्रामीणों की शिकायत पर रविवार को इस पुल का निरीक्षण करने पहुंचे थे। निरीक्षण के दौरान उन्होंने पुल के निर्माणाधीन स्लैब और रेलिंग में दरारें देखी। जिसके बाद उन्होंने विभागीय अधिकारियों से बात की और मौके पर मौजूद इंजीनियर को तत्काल निर्माण कार्य रोकने के निर्देश दिए।

इस दौरान विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने बताया कि यह पुल उनकी मांग पर बन रहा है और दिसंबर 2025 तक इसका निर्माण पूरा होना निश्चित किया गया है। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद आज वे इस पुल के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने आए थे। निरीक्षण के दौरान निर्माण में कई अनियमितताएं सामने आईं, जिसके चलते उन्होंने विभाग के अधिकारियों को पुल निर्माण कार्य को तत्काल रोकने के लिए कहा है और इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

विधायक ने कहा कि पुल निर्माण में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, क्योंकि यह जनता और सरकार के पैसों से बन रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार में आये दिन निर्माण में गड़बड़ी के कारण पुल गिरने की घटनाएं होती रहती हैं, जिससे लोगों की जान जोखिम में पड़ जाती है। ऐसे में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए वे इस मुद्दे को बिहार विधान सभा में भी उठा कर सरकार का ध्यान आकृष्ट कराएंगे।

बता दें कि इस पुल का शिलान्यास साल 2024 में हुआ था। इस पुल का निर्माण कार्य बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के द्वारा कराया जा रहा। यह पुल जितवारपुर हकीमाबाद गांव के राजघाट के पास बनाया जा रहा है और इसके निर्माण पर लगभग 47 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

इस पुल के बन जाने से जितवारपुर, हकीमाबाद, विशनपुर, नागरबस्ती, मन्नीपुर, मुक्तापुर, किशनपुर और इलमासनगर आदि गांव के लोगों को फायदा होगा। इसके अलावे रोसड़ा, हसनपुर, दलसिंहसराय और बेगूसराय से दरभंगा आने -जाने वाले लोग शहर में प्रवेश किए बिना ही आ – जा सकेंगे। साथ ही शहर के मगरदही पुल पर लगने वाले जाम से भी राहत मिलेगी।

एक नजर में पुल :

पुल की लंबाई- 400 मीटर

पहुंच पथ की लंबाई- 679 मीटर

पुल की चौराई- 11.9 मीटर

पुल में कुल पाए की संख्या- 11

पाए के बीच की दूरी- 35.17 मीटर

निर्माण का अनुमानित लागत : 47 करोड़

 

 

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