Bihar News : बिहार बीपीएससी शिक्षकभर्ती परीक्षा-4 (BPSC TRE – 4) में रिक्तियां कम करने के विरोध में अभ्यर्थियों ने अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार को पटना में शिक्षक अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए और 1.20 लाख पदों वाली बीपीएससी टीआरई-4 शिक्षक भर्ती परीक्षा का नोटिफिकेशन जारी करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के दौरान अभ्यर्थियों की पुलिस से झड़प भी हुई। पुलिस ने प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों पर पानी की बौछार की और उन पर लाठीचार्ज किया।
इसके बाद, बीपीएससी टीआरई-4 को लेकर मचे बवाल के बीच शिक्षा मंत्री सुनील कुमार का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि हम पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि टीआरई-5 की परीक्षा टीआरई-4 के बाद ही होगी। फिलहाल, रिक्तियों की संख्या के हिसाब से प्रक्रिया आगे बढ़ रही है।

आपको बता दें कि कुछ दिन पहले शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था कि BPSC द्वारा TRE-4 (चौथे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा) 16 से 19 दिसंबर 2025 तक आयोजित की जाएगी। परीक्षा का परिणाम 20 से 24 जनवरी 2026 के बीच प्रकाशित किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि जल्द ही रिक्तियों की जानकारी साझा की जाएगी और आधी रिक्तियों पर बहाली की जाएगी।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा था कि अब तक BPSC के माध्यम से लगभग ढाई लाख शिक्षकों की नियुक्ति की जा चुकी है। जो देश के सभी राज्यों से ज़्यादा है। इसके बावजूद हम TRE-4 के माध्यम से 26 हज़ार से ज़्यादा नियुक्तियाँ कर रहे हैं। विशेष शिक्षकों की नियुक्ति के लिए भी अधियाचना भेजी गई है। इसके बाद TRE-5 होगी। फिलहाल जो भी माँगें हैं, उन्हें पूरा करने का प्रयास करेंगे।
सरकार की इस घोषणा के बाद शिक्षक अभ्यर्थियों में आक्रोश बढ़ गया है। उनका आरोप है कि पहले 1 लाख 20 हज़ार पदों पर नियुक्ति की बात कही गई थी, लेकिन बाद में सीटें घटाकर 26 हज़ार कर दी गईं। बची हुई सीटें अब TRE-5 के लिए रखी गई हैं।
अभ्यर्थियों का कहना है कि BPSC TRE 4 में जहाँ पहले सीटों की संख्या 1 लाख 20 हज़ार थी, अब उसे घटाकर 27 हज़ार कर दिया गया है और साथ ही, एस्टेट छात्रों को भी शामिल करने की बात कही गई है। उनका कहना है कि एक तरफ़ सीटों की संख्या कम कर दी गई है और दूसरी तरफ़ एस्टेट उम्मीदवारों को भी शामिल किया जा रहा है, जो सही नहीं है। इसी को लेकर आज पटना में अभ्यर्थियों ने हंगामा किया।

