Bihar Election 2025 : भाकपा (माले) महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने चुनाव आयोग द्वारा सुप्रीम कोर्ट में दाखिल जवाब को बेहद सामान्य जवाब बताया। उन्होंने कहा कि 17 अगस्त से महागठबंधन के नेता एकजुट होकर मतदाताओं के अधिकारों की रक्षा के लिए यात्रा करेंगे।
इस साल बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने विशेष सघन मतदाता पुनरीक्षण अभियान चलाया था। विपक्षी नेता लगातार SIR पर सवाल उठा रहे हैं। अब भाकपा-माले महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा है कि SIR लोगों के मताधिकार को छीनने की एक साजिश है।
उन्होंने कहा कि आयोग के द्वारा दिए गए 22 जुलाई तक के आंकड़ों और फिर 26 जुलाई को आंकड़ों में काफी अंतर है। रविवार को विधायक आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि 22 जुलाई को मृतकों की सूची 15 लाख थी, जो 26 जुलाई को बढ़कर 22 लाख हो गई। इसी तरह दूसरी जगह जाने वाले मतदाताओं की संख्या भी देखी गई।
दीपांकर भट्टाचार्य ने यह भी कहा कि इसके अलावे आयोग ने एक से अधिक जगहों पर दर्ज वोटरों की संख्या पहले 7.50 लाख बताई थी और फिर बाद में 7 लाख बतायी गयी। 50 हज़ार वोटरों की संख्या कम कैसे हो गई। उन्होंने कहा कि आयोग को एक – एक मतदाता की जानकारी देनी होगी।
इसके साथ ही भाकपा (माले) महासचिव ने चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में जो जवाब दाखिल किया है, वह बेहद सामान्य है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर आगामी 17 अगस्त से महागठबंधन के नेता एकजुट होकर मतदाताओं के अधिकार बचाने के लिए राज्य में यात्रा करेंगे।

