Bihar Election 2025 Exit Poll: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे और आखिरी चरण में वोटिंग खत्म होने के बाद, अब सभी की निगाहें एग्जिट पोल के आंकड़ों पर हैं। 20 जिलों की 122 सीटों पर सुबह 7 बजे से शाम तक वोटिंग हुई, जिसके बाद सभी एजेंसियों ने अपने आंकड़े जारी कर दिए हैं। एग्जिट पोल के मुताबिक, बिहार में NDA की सरकार बनती दिख रही है।
लगभग सभी सर्वे में नीतीश सरकार की भविष्यवाणी :
एग्जिट पोल करने वाली सभी चार एजेंसियों – मैट्रिज़-IANS, पीपल्स पल्स, चाणक्य स्ट्रैटेजीज़ और पोलस्ट्रैट – ने अपने सर्वे में NDA सरकार की वापसी का संकेत दिया है। RJD महागठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी, लेकिन पिछली बार की तरह वह विधानसभा में अकेली सबसे बड़ी पार्टी नहीं होगी।
आंकड़े जारी करने वाली एजेंसियां:
शाम तक CHANAKYA STRATEGIES, MATRIZE-IANS, POLSTRAT, Poll Diary, Times Now और Poll Diary जैसी एजेंसियों ने अपने अनुमान जारी कर दिए थे। ये अनुमान विजेता तय नहीं करते, लेकिन ये ज़रूर बताते हैं कि जनता किस पार्टी को पसंद करती है।
अभी तक आए एग्जिट पोल के नतीजे :
| न्यूज चैनल/एजेंसी | एनडीए | महागठबंधन | अन्य |
| P-MARQ | 142-162 | 80-98 | 1-7 |
| दैनिक भास्कर | 145-160 | 73-91 | 5-10 |
| डीवी रिसर्च | 137-152 | 83-98 | 2-6 |
| Peoples Pulse | 133-159 | 75-101 | 2-15 |
| चाणक्य STRATEGIES | 130-138 | 100-108 | 3-5 |
| POLSTRAT | 133-148 | 87-102 | 3-5 |
| पीपल्स इंसाइट | 133-148 | 87-102 | 3-8 |
| जेवीसी पोल | 135-150 | 88-103 | 3-6 |
| MATRIZE-आईएएनएस | 147-167 | 70-90 | 2-10 |
किस पार्टी को मिल रही हैं कितनी सीटें ?
- दैनिक भास्कर के एग्जिट पोल के मुताबिक, NDA को 145-160 सीटें मिल सकती हैं। महागठबंधन को 73-91 सीटें मिल सकती हैं। दूसरों को 5-10 सीटें मिल सकती हैं। जन सुराज को एक भी सीट मिलती नहीं दिख रही है।
- बिहार में MATRIZE-IANS के आंकड़ों के मुताबिक, NDA को 147-167 सीटें और महागठबंधन को 70-90 सीटें मिलने का अनुमान है। दूसरों को 2-6 सीटें मिलने का अनुमान है। MATRIZE ने जन सुराज पार्टी को 0 से 2 सीटें दी हैं।
- CHANAKYA STRATEGIES के मुताबिक, बिहार में NDA को 130-138 सीटें और महागठबंधन को 100-108 सीटें मिलने का अनुमान है। दूसरों को 3 से 5 सीटें मिलने का अनुमान है।
- POLSTRAT का बिहार चुनाव के लिए एग्जिट पोल भी जारी हो गया है। इसमें NDA को 133-148 सीटें और महागठबंधन को 87-102 सीटें मिलने का अनुमान है। दूसरों को 3 से 5 सीटें मिलने की उम्मीद है।
- Time Now के मुताबिक, बिहार में NDA को 143 सीटें और महागठबंधन को 95 सीटें मिलने का अनुमान है। दूसरों को 5 सीटें मिलने का अनुमान है।
- पोल डायरी के एग्जिट पोल के मुताबिक, NDA को 184-209 सीटें और महागठबंधन को 32 से 49 सीटें मिलने का अनुमान है। दूसरों को 1-5 सीटें मिल सकती हैं।
- P-MARQ ने एग्जिट पोल जारी कर दिया है। एग्जिट पोल में एनडीए को जबरदस्त बहुमत मिलता दिख रही है। इएनडीए को 142-162 सीटें, महागठबंधन को 80-98 सीटें तथा प्रशांत किशोर की जन सुराज को 1-4 और अन्य के खाते में 0-3 सीटें जाने का अनुमान है।
- पीपल्स इंसाइट का भी एग्जिट पोल आ गया है। एनडीए को 133-148 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं, महागठबंधन के खाते में 87-102 सीटें जाती हुई दिख रही हैं। जन सुराज को 0-2 सीटें तथा अन्य को 3-6 सीटें मिलने का अनुमान है।
- पीपुल पल्स का भी एग्जिट पोल आ गया है। NDA को 133-159 सीटें मिलने का अनुमान है। महागठबंधन को 75-101 सीटें मिलने का अनुमान है। अन्य के खाते में 2-13 सीटें जा सकती हैं।
- जेवीसी एग्जिट पोल के भी नतीजे आ गए हैं। एनडीए को बंपर बहुमत मिलता दिख रहा है। एनडीए को 135-150 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि महागठबंधन को 88-103 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं, अन्य के खाते में 3-6 सीटें जाने का अनुमान है।
इस बार NDA और महागठबंधन के बीच सीधा मुकाबला :
बिहार की राजनीति का इतिहास इस उम्मीद को और भी बढ़ा देता है। 2005 से 2020 तक, नीतीश कुमार हमेशा सत्ता में रहे, चाहे वे किसी भी गठबंधन का हिस्सा रहे हों। 2015 में ग्रैंड अलायंस जीता तो था, लेकिन उस अलायंस का चेहरा नीतीश ही थे। इस बार मुकाबला सीधे NDA और ग्रैंड अलायंस के बीच है, और प्रशांत किशोर की जन सुराज और ओवैसी की AIMIM ने लड़ाई में थोड़ा और मज़ा डाल दिया है, लेकिन सत्ता की लड़ाई मुख्य रूप से इन्हीं दो खेमों के बीच है।
वोटर्स ने पूरे जोश के साथ हिस्सा लिया:
पहले फेज़ में 65 परसेंट से ज़्यादा वोटर्स ने वोट डाले, और दूसरे फेज़ में भी वोटर टर्नआउट ज़्यादा रहा। राज्य में रिकॉर्ड वोटर टर्नआउट ने मुकाबले को और भी दिलचस्प बना दिया है। वोटर्स का यह जोश बताता है कि वे बदलाव या कंटिन्यूटी, किसी भी मकसद से बहुत साफ़ और पक्के इरादे के साथ वोट डालने गए थे।
2015 में एग्जिट पोल के अनुमान गलत साबित हुए थे:
हालांकि, एग्जिट पोल का इतिहास बताता है कि वे हमेशा सही नहीं होते। 2015 में, ज़्यादातर सर्वे में कड़े मुकाबले का अनुमान लगाया गया था, लेकिन जैसे-जैसे गिनती आगे बढ़ी, ग्रैंड अलायंस भारी बहुमत से जीत गया। इस बार भी, असली तस्वीर 14 नवंबर को गिनती शुरू होने के बाद ही साफ़ होगी।

