Amazing : बिहार के समस्तीपुर में एक गर्भवती महिला ने एक साथ चार बच्चों को जन्म दिया है। एक साथ चार बच्चे होने की खबर से पुरे शहर में सनसनी फैल गई है। पूरे अस्पताल एक साथ चार बच्चों के जन्म होने की खबर जंगल में आग की तरह फैली। अस्पताल में बच्चों के देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गयी। हर कोई बच्चों को एक झलक देखना चाहता था।
इधर इस खबर से महिला का परिवार भी काफी खुश है। बच्चों के पिता ने एक साथ चार बच्चे होने पर अस्पताल में मिठाई बांटकर अपनी खुशी जाहिर की है। वहीं अस्पताल में बच्चों का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। डॉक्टर के अनुसार फिलहाल मां और चारों बच्चे पूर्णतः स्वस्थ हैं।
जानकारी के अनुसार समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर थाना क्षेत्र के बोम्बईया गांव निवासी संतोष सहनी की पत्नी बेबी देवी को प्रसव पीड़ा होने के बाद शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां गुरुवार को महिला का सिजेरियन ऑपरेशन किया गया और महिला ने चार बच्चों को जन्म दिया। इनमें दो बेटे और दो बेटियां हैं। लेकिन परिवार पर अब आर्थिक बोझ दोगुना हो गया है, क्योंकि पहले से ही दंपति को चार बच्चे हैं।

बच्चों की दादी लक्ष्मीनिया देवी ने बताया कि उनकी बहू बेबी को पहले से ही तीन बेटियों और एक बेटे हैं। अब इन सभी बच्चों को लालन-पालन की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है। महिला के पति संतोष सहनी दिहाड़ी मजदूर हैं। परिवार अब सरकार से आर्थिक मदद की उम्मीद कर रहा है। परिजनों का कहना है कि अगर सरकार से सहयोग मिलता है, तो इन बच्चों को सही से पाला जा सकेगा, वरना इतनी बड़ी जिम्मेदारी उठाना उनके लिए बेहद मुश्किल होगा।
वहीं महिला की डिलीवरी कराने वाले डॉ. अरविंद कुमार के मुताबिक, महिला शुरू से ही उनके अस्पताल में इलाज करवा रही थी। शुरुआती जांच में ही अल्ट्रासाउंड से चार बच्चों की जानकारी मिल गई थी। परिवार वाले गर्भपात की बात भी कर रहे थे, लेकिन डॉक्टरों ने मना कर दिया। अंतिम दिनों में पेट का आकार बढ़ने से महिला को काफी तकलीफ होने लगी थी, इसलिए डॉक्टरों की निगरानी में सफल ऑपरेशन कर चारों बच्चों का जन्म कराया गया।
ऐसा मामला 10 लाख में से एक :
डॉक्टर के अनुसार मेडिकल साईंस में जुड़वां बच्चों या फिर तीन बच्चों के एक साथ जन्म लेने के मामले तो बहुधा देखने को मिल जाते हैं। उन्होंने बताया कि दसियों लाख प्रसवों में से एक ही मामला ऐसा होता है, जिनमें एक साथ चार बच्चों का जन्म होता है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर ऐसे मामले में तो एक या दो की मौत तक हो जाती है। लेकिन यह आश्चर्यजनक है कि इस मामले में जच्चा-बच्चा सभी पूर्णतः स्वस्थ हैं।

