Vigilance Raid: बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के चिरैया में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने मंगलवार को चिरैया प्रखंड संसाधन केंद्र (बीआरसी) में कार्यरत डाटा एंट्री ऑपरेटर प्रकाश कुमार को 10 हज़ार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। यह रिश्वत शिक्षक से 10 दिनों के वेतन कटौती के भुगतान के एवज में ली गई थी।
बताया जाता है कि नवसृजित प्राथमिक विद्यालय सपगढ़ा वार्ड संख्या तीन के शिक्षक और भेड़ियाही गाँव निवासी मणिभूषण कुमार का 10 दिनों का वेतन काट लिया गया था। जब उन्होंने इसे देने की कोशिश की, तो रिश्वत की माँग की गई। शिक्षक ने पटना स्थित निगरानी विभाग में बीईओ और डाटा एंट्री ऑपरेटर के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई थी।
इस पर पटना से निगरानी डीएसपी मोहम्मद वसीम फिरोज के नेतृत्व में सादे लिबास में एक टीम दोपहर करीब एक बजे ऑपरेटर प्रकाश के कमरे में पहुँची। शिकायतकर्ता शिक्षक भी उनके साथ थे। जब उन्होंने टीम द्वारा रिश्वत के रूप में दिए गए पैसे डाटा ऑपरेटर को दिए, तो उन्हें पकड़ लिया गया।
ऑपरेटर के पास से 10 हज़ार रुपये बरामद किए गए और उसे कार्यालय से बाहर लाया गया। उसके हाथ पानी से धुलवाए गए। इस दौरान रिश्वत की रकम की पुष्टि हुई। उस समय बीईओ सरोज कुमार सिंह अपने कार्यालय में मौजूद नहीं थे। निगरानी डीएसपी ने बताया कि शिक्षक की शिकायत की पुष्टि के बाद प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की गई।
बीईओ बोले- अनुपस्थिति पर वेतन कटने पर शिक्षक ने मुझे फंसाने की रची साजिश :
बीईओ सरोज कुमार सिंह ने बताया कि शिकायतकर्ता शिक्षक 10 दिन से स्कूल नहीं आया था। जानकारी मिलने पर ई-शिक्षा कोष से जांच करने पर पता चला कि वह 21 से 30 जुलाई तक अपने स्कूल से अनुपस्थित था। उसने उपस्थिति पंजिका में फर्जी हाजिरी भी लगाई थी।
इस संबंध में शिक्षक से स्पष्टीकरण मांगा गया, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। जब दोबारा स्पष्टीकरण मांगा गया तो जवाब संतोषजनक नहीं था। इसी के चलते उसका 10 दिन का वेतन काट लिया गया। शिक्षक ने बदले की भावना से साजिश रचकर मुझे और संचालक को फंसाने की कोशिश की है।

