Indian Railways Update : अगर आप जल्द ही ट्रेन से यात्रा करने का प्लान बना रहे हैं, तो यह आपके लिए ज़रूरी खबर है। इंडियन रेलवे ने घोषणा की है कि देश भर में रिज़र्वेशन सिस्टम 1 नवंबर को रात 11:45 बजे से 2 नवंबर को सुबह 5:30 बजे तक अस्थायी रूप से बंद रहेगा। इस दौरान यात्रियों को टिकट बुकिंग, कैंसलेशन, करंट रिज़र्वेशन, PNR स्टेटस चेक, चार्टिंग और पूछताछ जैसी कोई भी सेवा नहीं मिलेगी।
क्यों बंद रहेगा रिजर्वेशन सिस्टम ?
रेलवे के अनुसार, यह शटडाउन कोलकाता में स्थित IRCTC और CRIS (सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम्स) सर्वर पर डेटा कम्प्रेशन और टेक्निकल अपग्रेड के लिए किया जा रहा है। इस दौरान सभी महत्वपूर्ण रेलवे डेटाबेस, खासकर PNR फाइलें और रिज़र्वेशन रिकॉर्ड, ज़्यादा सुरक्षित और आधुनिक बनाए जाएंगे। रेलवे अधिकारियों ने बताया कि यह काम सिस्टम को तेज़, ज़्यादा स्थिर और भविष्य की डिजिटल ज़रूरतों के हिसाब से बनाने के लिए ज़रूरी है।
ये सेवाएं प्रभावित होंगी:
- इंटरनेट टिकट बुकिंग (IRCTC वेबसाइट और ऐप)
- करंट रिज़र्वेशन और चार्टिंग सिस्टम
- टिकट कैंसलेशन और रिफंड सेवाएं
- 139 पूछताछ सेवा
- NTES (नेशनल ट्रेन इन्क्वायरी सिस्टम)
- PRR (पैसेंजर रिज़र्वेशन रिकॉर्ड) और EDR (इलेक्ट्रॉनिक डेटा रिकॉर्ड)
- विभिन्न रेलवे मोबाइल ऐप और प्राइमस एप्लीकेशन
यात्रियों को क्या करना चाहिए?
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे इस दौरान टिकट बुक करने या कैंसिल करने से बचें। अगर आपकी यात्रा 1 नवंबर की रात या 2 नवंबर की सुबह के लिए तय है, तो अपने टिकट पहले से बुक करने की कोशिश करें। रेलवे ने यह भी बताया कि यह काम यात्रियों की सुविधा पर कम से कम असर पड़े, इसलिए रात में शेड्यूल किया गया है। अपग्रेड पूरा होते ही सभी सेवाएं सामान्य रूप से बहाल हो जाएंगी।
रेलवे अपग्रेड क्यों ज़रूरी है?
- तेज़ बुकिंग प्रोसेस और रियल-टाइम अपडेट
- बेहतर डेटा सिक्योरिटी
- सर्वर डाउनटाइम और टेक्निकल दिक्कतों में कमी
- बेहतर नेटवर्क परफॉर्मेंस और चार्टिंग स्पीड
रेलवे यह गारंटी देता है :
रेलवे ने बताया कि इस दौरान एक्सपर्ट्स की एक टीम सिस्टम को रियल-टाइम में मॉनिटर करेगी ताकि कोई भी टेक्निकल दिक्कत आने पर उसे तुरंत ठीक किया जा सके। अपग्रेड पूरा होते ही सभी टिकटिंग और पूछताछ सेवाएं फिर से पूरी तरह से चालू हो जाएंगी।
यह अपडेट क्यों ज़रूरी है?
रेलवे का कहना है कि भारत में हर दिन औसतन 1.3 मिलियन से ज़्यादा टिकट ऑनलाइन बुक होते हैं। इस भारी ट्रैफिक को संभालने के लिए डेटा सिस्टम और सर्वर कैपेसिटी को अपग्रेड करना ज़रूरी हो गया है। नया सिस्टम तेज़ डेटा प्रोसेसिंग, बुकिंग का कम समय और ज़्यादा ऑटोमेटेड चार्टिंग देगा।

