SIP आपके छोटे से निवेश को करोड़ों में बदलने की ताकत रखता है। दरअसल, मासिक बचत से आप बच्चों की शिक्षा, घर और रिटायरमेंट जैसे अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि SIP का जादू कैसे काम करता है और ₹6 करोड़ तक कैसे बना सकते हैं।
तेज़ी से बढ़ती महंगाई और बढ़ते खर्चों के बीच हर व्यक्ति अपना भविष्य सुरक्षित करना चाहता है। बच्चों की शिक्षा, घर खरीदने का सपना या आरामदायक रिटायरमेंट के लिए मज़बूत वित्तीय योजना ज़रूरी है। अक्सर लोग यही मानते हैं कि अमीर बनना सिर्फ़ बड़े कारोबारियों या ज़्यादा कमाई करने वालों के लिए ही संभव है, लेकिन हकीकत यह है कि सही रणनीति और अनुशासन से एक छोटा सा निवेश भी एक बड़ा फंड बना सकता है। लेकिन अगर आप 6 करोड़ का फंड बनाना चाहते हैं ताकि आपका भविष्य सुरक्षित रहे, तो आपको 20,000 के निवेश का कैलकुलेशन समझना होगा।
SIP बनेगा पैसों का गुल्लक:
सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी SIP आज के समय में निवेश का सबसे आसान और स्मार्ट तरीका माना जाता है। इसमें आप अपनी कमाई से हर महीने या एक निश्चित समय पर थोड़ी-थोड़ी रकम निवेश करके एक बड़ा फंड बना सकते हैं। दरअसल, यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे आप रोज़ाना गुल्लक में पैसे डालते हैं, लेकिन फर्क यह है कि यहाँ आपका पैसा सिर्फ़ जमा नहीं होता, बल्कि म्यूचुअल फंड में तेज़ी से बढ़ता है और लंबे समय में आपको करोड़पति भी बना सकता है।
₹20,000 का निवेश बनेगा 6 करोड़ :
जी हाँ, अगर आप हर महीने सिर्फ़ 20,000 रुपये का निवेश करते हैं, तो आप करोड़पति बन सकते हैं। इस निवेश पर आपको 12 प्रतिशत का रिटर्न मिल सकता है। आपको बस इस निवेश को 30 साल तक जारी रखना होगा। 35 साल में निवेश की रकम 72 लाख हो जाएगी। इसमें संपत्ति लाभ 54419464 (5.4 करोड़) करोड़ रुपये होगा। यानी 30 साल में 72 लाख के निवेश का कुल मैच्योरिटी फंड 61619464 (6.2 करोड़) करोड़ रुपये हो जाएगा।
कंपाउंडिंग का जादू :
SIP की सबसे बड़ी ताकत कंपाउंडिंग है, जिसमें आपका पैसा न सिर्फ़ निवेश से, बल्कि उस पर मिलने वाले ब्याज से भी बढ़ता है। आप जितनी जल्दी और ज़्यादा रकम के साथ SIP शुरू करेंगे, करोड़पति बनने का आपका सपना उतनी ही जल्दी पूरा होगा। हर साल निवेश की रकम बढ़ाने से आपका फंड तेज़ी से बढ़ता है और लंबे समय में यह छोटी रकम भी करोड़ों में बदल सकती है।
जल्दी अमीर बनने का सीक्रेट :
सिर्फ़ SIP शुरू करना ही अमीर बनने के लिए काफ़ी नहीं है। अगर आप वाकई अपने लक्ष्य तक तेज़ी से पहुँचना चाहते हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है। आप जितनी जल्दी निवेश शुरू करेंगे, कंपाउंडिंग का असर कम करने के लिए आपको उतना ही ज़्यादा समय मिलेगा। इसके अलावा, बाज़ार में उतार-चढ़ाव के डर से SIP बंद न करें।
(नोट: यह लेख केवल जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से निवेश सलाह नहीं माना जाना चाहिए, निवेश के लिए वित्तीय सलाहकारों से परामर्श करने का सुझाव दिया जाता है)

