Post Office Saving Schemes : बैंकों की सावधि जमा (FD) की ब्याज दरों में गिरावट के कारण, निवेशक तेज़ी से डाकघर की लघु बचत योजनाओं की ओर रुख कर रहे हैं। ये योजनाएँ 7% से ज़्यादा की ब्याज दर प्रदान करती हैं, जो कई प्रमुख बैंकों की FD दरों से बेहतर है। ये डाकघर योजनाएँ न केवल बेहतर रिटर्न प्रदान करती हैं, बल्कि कर लाभ भी प्रदान करती हैं। ख़ास बात यह है कि सरकार, अपने लंबे समय से विश्वसनीय स्वामित्व के साथ, इन निवेशों की पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
प्रमुख डाकघर योजनाओं में, सुकन्या समृद्धि योजना सबसे ज़्यादा रिटर्न देती है, जो 8.2% ब्याज दर प्रदान करती है। इसके अतिरिक्त, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC) और किसान विकास पत्र (KVP) भी आकर्षक विकल्प हैं, जो क्रमशः 8.2%, 7.7% और 7.5% की ब्याज दर प्रदान करते हैं। इन योजनाओं द्वारा प्रदान किए जाने वाले निवेश क्षितिज और कर लाभों की विविधता निवेशकों को अपनी आवश्यकताओं के अनुरूप सही विकल्प चुनने की अनुमति देती है।
इसके विपरीत, ज़्यादातर बैंक FD की ब्याज दरें 6% से 7% के बीच हैं, और ये दरें लगातार कम हो रही हैं। ख़ास तौर पर सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक 6.5% से 7% के बीच ब्याज दरें दे रहे हैं, जो डाकघर की योजनाओं से कम हैं। इससे पता चलता है कि सुरक्षित और ज़्यादा फ़ायदे वाली योजनाओं की तलाश करने वाले निवेशकों को डाकघर की छोटी बचत योजनाओं को प्राथमिकता देनी चाहिए।
सरकार हर तिमाही इन योजनाओं की ब्याज दरों की समीक्षा करती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ये मौजूदा आर्थिक स्थिति के अनुसार संतुलित और लाभदायक बनी रहें। डाकघर जमाएँ तेज़, सरल और भारत भर की शाखाओं में न्यूनतम दस्तावेज़ों के साथ उपलब्ध हैं, जिससे ये शहरी और ग्रामीण दोनों तरह के निवेशकों के लिए सुविधाजनक हैं।
इस साल बैंक FD की दरें गिर रही हैं, लेकिन डाकघर की योजनाओं ने निवेशकों को एक सुरक्षित, विश्वसनीय और अत्यधिक लाभदायक विकल्प प्रदान किया है जो न केवल बचत बढ़ाता है बल्कि आयकर बचाने में भी मदद करता है। ये योजनाएँ विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों, महिला निवेशकों और किसानों के लिए फायदेमंद हैं, जो उनकी वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं।

