Central Employees Salary Hike : दिवाली रोशनी और खुशियों का त्योहार है, लेकिन इस बार यह केंद्र सरकार के कर्मचारियों के जीवन में और भी रौनक लेकर आएगा। इसकी वजह सरकार के दो बड़े फैसले हैं: 8वें वेतन आयोग के गठन की घोषणा और महंगाई भत्ते (डीए) में बढ़ोतरी। दोनों ही फैसलों का सीधा असर वेतन पर पड़ेगा और कर्मचारियों की जेब में भारी बढ़ोतरी होगी।

पहला तोहफा- 8वां वेतन आयोग:

सरकार ने साफ तौर पर कहा है कि 8वें वेतन आयोग का गठन जल्द ही किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि दिवाली 2025 से पहले इसके संदर्भ की शर्तें (टीओआर) तय कर ली जाएंगी और एक पैनल भी बनाया जा सकता है।

इसमें छह सदस्य होने की संभावना है, जो 15-18 महीनों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

हालांकि, इस बार रिपोर्ट आठ महीने के भीतर पूरी करने की बात चल रही है ताकि नई सिफारिशों को 1 जनवरी, 2026 से लागू किया जा सके।

8वें वेतन आयोग का सबसे बड़ा मुद्दा फिटमेंट फैक्टर है, जिसे 1.92 पर सेट किया जा सकता है। इसका मतलब है कि मूल वेतन लगभग दोगुना हो जाएगा।

इससे न केवल कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि होगी, बल्कि पेंशन और अन्य भत्तों पर भी इसका महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा।

दूसरा तोहफा – महंगाई भत्ता (डीए बढ़ोतरी):

इसके अलावा, दिवाली से पहले, सरकार जुलाई-दिसंबर 2025 के लिए डीए बढ़ोतरी की घोषणा करेगी।

वर्तमान में, केंद्रीय कर्मचारियों के लिए डीए 55% है।

जनवरी से अप्रैल तक के एआईसीपीआई आंकड़ों के आधार पर, यह 58% तक पहुँच गया है।

इसका मतलब है कि कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 3% की बढ़ोतरी लगभग तय है।

महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी से न केवल केंद्र सरकार के कर्मचारियों को बल्कि पेंशनभोगियों को भी फायदा होगा। इससे उनकी पेंशन भी बढ़ेगी।

इसका वेतन पर कितना असर पड़ेगा?

मान लीजिए किसी कर्मचारी का मूल वेतन ₹50,000 है।

55% महंगाई भत्ते पर, उन्हें ₹27,500 मिलते हैं।

58% महंगाई भत्ते पर, यह बढ़कर ₹29,000 हो जाएगा।

इसका मतलब है कि प्रति माह ₹1,500 का सीधा लाभ और लगभग ₹18,000 की वार्षिक वृद्धि।

यदि 8वें वेतन आयोग की सिफारिशों को भी शामिल कर लिया जाए, तो वेतन वृद्धि और भी अधिक होगी। जनवरी 2026 तक महंगाई भत्ता 61% तक पहुँचने की उम्मीद है, जिसका उपयोग 8वें वेतन आयोग की गणना में किया जाएगा।

कर्मचारियों की अपेक्षाएँ और उत्सव:

जब भी वेतन आयोग पर चर्चा होती है, लाखों परिवारों की अपेक्षाएँ बढ़ जाती हैं। यह सिर्फ़ वेतन का मामला नहीं है, बल्कि इसका असर हर चीज़ पर पड़ता है—जीवन स्तर, बच्चों की शिक्षा, घरेलू बजट और भविष्य की बचत।

अगर महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी और वेतन आयोग की खबरों को दिवाली के बोनस और उपहारों के साथ जोड़ दिया जाए, तो त्योहारों का उत्साह दोगुना हो जाता है।

यही वजह है कि इस बार त्योहार से पहले ही बाज़ारों में और भी रौनक रहने की संभावना है।

वेतन आयोग का इतिहास:

छठा वेतन आयोग—2006 में गठित, 2008 में लागू हुआ।
सातवाँ वेतन आयोग—2014 में गठित, 2016 में लागू हुआ।
अब, आठवाँ वेतन आयोग—2025 में गठित, 2026 में लागू होने की उम्मीद है।
इसका मतलब है कि लगभग हर 10 साल में एक नया वेतन आयोग गठित होता रहा है, और हर बार कर्मचारियों के वेतन और पेंशन में महत्वपूर्ण बदलाव आए हैं।

यह दिवाली 2025 वाकई खास होने वाली है। क्योंकि केंद्र सरकार के कर्मचारियों को एक साथ दो तोहफे मिल सकते हैं: एक तो महंगाई भत्ते में बढ़ोतरी, जिससे वेतन और पेंशन में तत्काल राहत मिलेगी, और दूसरा 8वें वेतन आयोग का गठन, जो 2026 से शुरू होकर लंबे समय के लिए वेतन संरचना को बदल देगा। गौरतलब है कि इस बार दीयों की रोशनी के साथ-साथ कर्मचारियों की मुस्कान भी और भी खिल उठेगी।

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