Pappu Yadav : पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने एक बड़ा बयान दिया है, जिससे बिहार में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गयी है। दरअसल अररिया में वोटर अधिकार यात्रा के दौरान सांसद पप्पू यादव ने मंच से राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव को ‘जननायक’ और ‘भाई’ कहकर संबोधित किया। पप्पू यादव के इस बदले तेवर ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।
पप्पू यादव ने तेजस्वी यादव को ‘जननायक’ कहा: इसे आगामी विधानसभा चुनाव से पहले संभावित गठबंधन का संकेत माना जा रहा है। हालांकि पप्पू यादव के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल भी किया जाने लगा है, लेकिन उन्होंने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। पप्पू यादव जब भाषण देने आए तो उन्होंने तेजस्वी यादव की खुलकर तारीफ करके शुरुआत की। उन्होंने कहा कि जननायक और मेरे भाई तेजस्वी यादव नफरत और आतंक को खत्म करने में लगे हैं।
पप्पू को कभी नहीं मिली जगह: राहुल गांधी 17 अगस्त से बिहार में मतदाता अधिकार यात्रा पर हैं। आज उनकी यात्रा पूर्णिया से शुरू होकर अररिया पहुँची। आज इस यात्रा के दौरान पहली बार पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव भी राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की गाड़ी पर नज़र आए। गौरतलब है कि 9 जुलाई को समाजवादी पार्टी के भारत बंद के दौरान पप्पू यादव को राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की गाड़ी पर जगह नहीं दी गई थी, जिसे लेकर राजनीति में कई सवाल उठे थे।
पप्पू यादव ने पोस्ट किया: पप्पू यादव राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के साथ एक कार पर नज़र आए। पप्पू यादव ने अपने फ़ेसबुक पोस्ट पर एक वीडियो पोस्ट किया है और लिखा है कि – राहुल गांधी जी नफ़रत और आतंक के खात्मे का नाम हैं। आइए, लोकतंत्र और वोट के अधिकार की रक्षा के लिए उनके हाथ मज़बूत करें।
अपनी राजनीतिक शक्ति का प्रदर्शन: पप्पू यादव ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के साथ कार पर भाषण देते हुए खूब नारे लगाए। उन्होंने पूछा कि नफ़रत और आतंक का खात्मा कौन है?, समर्थकों ने ज़ोरदार नारे लगाए। कांग्रेस ने जवाब दिया। फिर पप्पू यादव ने पूछा कि आपकी उम्मीद कौन है?, समर्थकों ने कहा पप्पू यादव। जब उनसे पूछा गया कि आपका विश्वास कौन है?, तो जवाब था पप्पू यादव और आपका सपना कौन है? तो समर्थकों ने फिर कहा पप्पू यादव। आख़िरकार आपका भाग्य कौन है? जवाब था पप्पू यादव।
राहुल गांधी की प्रशंसा: पप्पू यादव ने हाल ही में देश में मानवता और लोकतंत्र के एक मज़बूत रक्षक के रूप में उभरे राहुल गांधी की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि जब तक राहुल गांधी हैं, देश में नफ़रत और भेदभाव की बजाय प्रेम और समानता का राज रहेगा। राहुल गांधी गरीबों, किसानों, छात्रों, महिलाओं और आदिवासियों के सच्चे सिपाही हैं, जो हर वर्ग की आवाज़ उठाते हैं।
संविधान की रक्षा की गारंटी: पप्पू यादव ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि राहुल गांधी की मौजूदगी देश और संविधान की रक्षा की गारंटी है। उन्होंने इस यात्रा को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की उन नीतियों के ख़िलाफ़ एक सचेत आंदोलन बताया जो लोकतंत्र के लिए ख़तरा बनती जा रही हैं। पप्पू यादव ने राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता को लोगों के लिए उम्मीद की किरण बताया।
तेजस्वी यादव की तारीफ़: भले ही पहले पप्पू यादव और तेजस्वी यादव के बीच राजनीतिक विरोध रहा हो, लेकिन राहुल गांधी के मंच पर पप्पू यादव ने तेजस्वी यादव की दिल खोलकर तारीफ़ की और उन्हें जननेता बताया। यह न सिर्फ़ बिहार की राजनीति में बदलाव का संकेत है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि जब बात ग़रीबों और वंचितों के हक़ की आती है, तो राजनीतिक सीमाएँ धुंधली हो जाती हैं।
बिहार बंद के दौरान गाड़ी में नहीं मिली जगह: कई बार राजनीतिक मंच पर छोटी-छोटी घटनाएँ भी बड़ी चर्चाओं का कारण बन जाती हैं। 9 जुलाई को बिहार बंद के दौरान जब अखिल भारतीय गठबंधन के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पटना में एक ही कार में दिखे, तो पप्पू यादव को उसी कार में जगह नहीं मिल पाई। इससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई और सियासत गरमा गई।
पप्पू ने दी थी सफाई: इस पर पप्पू यादव को सफाई देनी पड़ी थी कि दरअसल वह कार में इसलिए नहीं बैठना चाहते थे, क्योंकि उनके पैर में चोट लगी थी। सुरक्षाकर्मी उनका ख्याल रख रहे थे। यह घटना इस बात का सबूत है कि राजनीति में कभी-कभी ऐसा होता है कि जब राहुल गांधी और तेजस्वी यादव एक ही कार में दिखे, तो पप्पू यादव को उसी कार में जगह नहीं मिल पाई। छोटी-छोटी बातें भी बड़े संदेश और अफवाहों को जन्म दे सकती हैं।

