Bihar Elections 2025 : बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियां अब अपने निर्णायक मोड़ पर हैं। पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया आज, 10 अक्टूबर से आधिकारिक रूप से शुरू हो गई है। इसके साथ ही राज्य की राजनीति में हलचल और तेज हो गई है। पहले चरण में 18 जिलों की 121 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार अपने नामांकन पत्र दाखिल करना शुरू करेंगे।
इस बीच सियासी समीकरणों को लेकर हलचल भी बढ़ गई है। बीजेपी नेता और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान से मुलाकात की है। यह बैठक ऐसे समय हुई है जब चिराग पासवान 30 सीटों की मांग पर अड़े हुए हैं और आज से ही नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत हो रही है।
बैठक के बाद नित्यानंद राय ने गठबंधन में किसी भी मतभेद की अटकलों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “सब कुछ पॉजिटिव है।” उनका यह बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि बीजेपी और चिराग पासवान के बीच सीटों को लेकर सकारात्मक प्रगति हुई है और नामांकन प्रक्रिया के पहले ही गठबंधन का फार्मूला तय होने की संभावना है।
एनडीए बनाम महागठबंधन : कौन भारी?
कागज़ पर देखें तो सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को फिलहाल बढ़त मिलती दिखाई दे रही है। इस गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी (BJP), जनता दल (यूनाइटेड), जीतन राम मांझी की हम पार्टी, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) और उपेंद्र कुशवाहा का दल शामिल हैं। यह गठबंधन एक व्यापक मोर्चे के रूप में खड़ा है, जबकि विपक्षी महागठबंधन, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस और वाम दल शामिल हैं, संख्या के लिहाज से कुछ पीछे नजर आ रहा है।
हालांकि समीकरण सिर्फ आंकड़ों पर नहीं टिके हैं। ज़मीनी स्तर पर मुकाबला दिलचस्प बन चुका है। कई सर्वेक्षणों में तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद के लिए जनता की पहली पसंद बताया गया है, लेकिन उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि वे अपने पारंपरिक मुस्लिम-यादव (M-Y) वोट बैंक से आगे बढ़कर अन्य तबकों तक अपनी पहुंच बना पाएं।
चुनाव नतीजों पर टिकी सबकी निगाहें :
चुनाव आयोग ने दो चरणों में मतदान कराने की घोषणा की है। पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा। इसके बाद 14 नवंबर को मतगणना होगी, जब यह साफ हो जाएगा कि बिहार की सत्ता पर किस गठबंधन का कब्जा होगा।

