Cyber Fraud : बिहार की राजधानी पटना में साइबर थाना पुलिस ने शास्त्री नगर थाना क्षेत्र के खाजपुरा स्थित एक होटल से उत्तर प्रदेश और बिहार के 13 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन साइबर ठगों ने बिटकॉइन निवेश, वर्क-फ्रॉम-होम ऑफर और लोन के नाम पर देशभर में सैकड़ों लोगों से ठगी की है। पुलिस ने इनके पास से 15 मोबाइल फोन और एक कार बरामद की है। यह जानकारी पटना सेंट्रल पुलिस अधीक्षक दीक्षा ने दी।
एसपी दीक्षा ने बताया कि एनसीआरबी पोर्टल पर साइबर धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई गई थी और उससे मिली जानकारी के आधार पर यह कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि अब तक की जाँच में 40 लोगों से ₹14 करोड़ से ज़्यादा की साइबर धोखाधड़ी के मामले सामने आए हैं। ये ठग कमीशन पर अपने खातों में पैसे जमा करते थे और फिर उसे निकाल लेते थे। गिरफ्तारी के डर से यह गिरोह लगातार ठिकाने बदल रहा था।
उन्होंने बताया कि अब तक की जाँच में पता चला है कि इस गिरोह ने लगभग 40 लोगों से ₹14 करोड़ से ज़्यादा की ठगी की है। यह सारा पैसा कमीशन पर लिए गए बैंक खातों में जमा किया जाता था, जिसे बाद में निकाल लिया जाता था। गिरफ्तार अपराधियों में से पाँच उत्तर प्रदेश के हैं, जबकि अन्य बिहार के विभिन्न जिलों के हैं। पीड़ितों में उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, दिल्ली, चेन्नई और अन्य राज्यों के लोग शामिल हैं। ये सभी अपराधी गिरफ्तारी के डर से लगातार अपना ठिकाना बदल रहे थे।
पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार, आरोपियों ने अपने परिवार के इलाज के बहाने एक होटल किराए पर लिया था। गिरोह दो हफ्ते से पटना में रहकर ठगी को अंजाम दे रहा था। साइबर थाना प्रभारी और डीएसपी नीतीश चंद्र धारिया ने बताया कि 10 अक्टूबर को पुलिस को सूचना मिली थी कि खाजपुरा स्थित एक होटल से साइबर ठगी का एक गिरोह सक्रिय है, जहाँ इस अंतरराज्यीय गिरोह के कई सदस्य मौजूद हैं।
इस सूचना के बाद, एसटीएफ और शास्त्री नगर पुलिस ने होटल में छापेमारी कर 13 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों में से पाँच उत्तर प्रदेश के हैं, जबकि अन्य बिहार के विभिन्न जिलों के हैं। पीड़ितों में उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, दिल्ली, चेन्नई और अन्य राज्यों के लोग शामिल हैं।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए पाँचों साइबर जालसाज़ उत्तर प्रदेश के निवासी हैं। उनकी पहचान कानपुर निवासी अनुराग वर्मा, रायबरेली निवासी प्रह्लाद, काशगंज निवासी नरेंद्र कुमार, प्रयागराज निवासी वीरेंद्र यादव और रवि किशोर के रूप में हुई है। पटना के रूपसपुर निवासी कुंदन कुमार, जहानाबाद निवासी रंजीत पासवान और पालीगंज निवासी अमन को गिरफ्तार किया गया है।
एएआई अधिकारी से 4.15 लाख रुपये की ठगी :
साइबर अपराधियों ने क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (एएआई) के एक अधिकारी से 4.15 लाख रुपये की ठगी की। पीड़ित की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। एएआई अधिकारी पटना हवाई अड्डे पर कार्यरत हैं और उन्हें एक अज्ञात नंबर से कॉल आया था।
कॉल करने वाले ने खुद को पीएनबी क्रेडिट कार्ड विभाग का कर्मचारी बताते हुए क्रेडिट कार्ड मांगा। इस बहाने उसने पीड़ित के क्रेडिट कार्ड की जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद साइबर जालसाज ने आधे घंटे के भीतर अधिकारी के छह क्रेडिट कार्ड से सात ट्रांजेक्शन में 4.15 लाख रुपये निकाल लिए।

